Adhunik Avart Niyam Kya Hai:आधुनिक आवर्त नियम परीक्षा के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण टॉपिक है. अक्सर आधुनिक आवर्त नियम से सम्बंधित प्रश्न जैसे कि आधुनिक आवर्त नियम के प्रकार आदि प्रैक्टिकल परीक्षा के दौरान प्रश्न पूछे जाते है. अतः परीक्षार्थियों को आधुनिक आवर्त नियम से जुड़े सभी सम्बंधित प्रश्नों का भलीभांति तैयार कर लेना चाहिए.
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Adhunik Avart Niyam Kya Hai
आधुनिक आवर्त नियम मोसले ने दिया। आधुनिक आवर्त नियम मोसले ने दिया और इसका प्रतिपादन फ्लोरीन ने किया था। आवर्त नियम (Periodic law) रसायन शास्त्र का एक महत्वपूर्ण नियम है। वर्ष 1869 में रूस के प्रसिद्ध रसायनज्ञ मैंडलीफ ने इसका प्रतिपादन किया। इस नियम के अनुसार तत्वों के भौतिक एवं रासायनिक गुण उनके परमाणु भारों के आवर्ती फलन होते हैं। अर्थात् तत्वों को यदि उनके परमाणुभार के क्रम में रखा जाए तो उनके गुणधर्म की पुनरावृत्ति एक नियत क्रम में होती रहती है और समान रासायनिक गुणधर्मवाले तत्व एक निश्चित क्रम में मिलते हैं।
यह रासायनिक तत्वों की एक तालिका है जो परमाणु संख्या के क्रम में इस प्रकार व्यवस्थित है कि समान परमाणु संरचना वाले तत्व ऊर्ध्वाधर स्तंभ में प्रदर्शित होते हैं। आधुनिक आवर्त नियम : आधुनिक आवर्त नियम कहता है “तत्वों के रासायनिक एवं भौतिक गुण-धर्म उनके परमाणु संख्याओं के आवर्ती फलन होते हैं”।
आधुनिक आवर्त सारणी की विशेषताएँ
1. इस आवर्त सारणी में कुल 7 आवर्त हैं। ये 7 आवर्त 10 क्षैतिज पंक्तियों द्वारा बने हैं,जिन्हे श्रेणीया कहते हैं।
2. पहले,दूसरे,तीसरे व सातवें आवर्त में एक एक क्षैतिज पंक्तिया हैं तथा चौथे,पांचवे और छठवें आवर्त में दो दो क्षैतिज पंक्तिया हैं।
3. पहले आवर्त को अतिलघु आवर्त कहते हैं और इनमे केवल 2 तत्व हैं।
2. दूसरे और तीसरे आवर्त को लघु आवर्त कहते हैं और इनमें आठ -आठ तत्व हैं।
4. चौथे और पांचवे आवर्त को दीर्घ आवर्त कहते हैं और इनमे आठरह-अठारह तत्व हैं।
5. छटवे आवर्त को अति दीर्घ आवर्त कहते हैं और इनमे कुल 32 तत्व हैं किन्तु इसमें के 14 तत्व आवर्त सरणी से बाहर रखे गए हैं जिन्हे दुर्लभ मृदा तत्व या लैंथेनाइड कहते हैं।
6. सातवें आवर्त को भी अति दीर्घ आवर्त कहते हैं और यह अभी भी अपूर्ण है। इस आवर्त के भी 14 तत्व आवर्त सारणी के बाहर रखे गए हैं जिन्हें ऐक्टिनाइड तत्व भी कहते हैं।
7. सातवें आवर्त में यूरेनियम के आगे के सभी तत्व वैज्ञानिकों द्वारा कृत्रिम विधियों द्वारा बनाया गया है। ये तत्व प्रकृति में उपलब्ध नहीं हैं ,इन तत्वों को ट्रांसयूरेनिक अथवा पोस्टयूरेनिक तत्व कहते हैं।
8. प्रत्येक आवर्त का पहला तत्व क्षार धातु और अंतिम तत्व उत्कृष्ट गैस /आदर्श गैस है। लेकिन अपवाद के रूप में प्रथम आवर्त का पहला तत्व हाइड्रोजन है।
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