कार्बोक्सिलिक अम्ल के भौतिक गुण :
- C1से C9 तक के कार्बोक्सिलिक अम्ल अरूचिकर गंधयुक्त द्रव है जबकि अधिक कार्बन वाले मोम के समान रंगहीन ठोस है।
- C1से C4 तक के कार्बोक्सिलिक अम्ल जल के साथ अंतराणुक हाइड्रोजन बंध बना लेते है अतः जल में विलेय होते है परन्तु जैसे जैसे कार्बन की संख्या बढ़ती जाती है अर्थात जल विरोधी भाग बढ़ता जाता है , जल के साथ हाइड्रोजन बंध बनाने की क्षमता कम हो जाती है जिससे जल में विलेयता भी कम होती जाती है।
- वाष्प अवस्था में यह अंतराणुक हाइड्रोजन बंध के कारण द्विलक के रूप में होता है।
A . वे अभिक्रियाएँ जिनमे COOH का -O-H बंध टूटता है।
लवण बनाना :
कार्बोक्सिलिक अम्ल धातु व क्षारों से क्रिया करके लवण बना लेते है।
2R-COOH + 2Na → 2R-COONa + H2
R-COOH + NaOH → R-COONa + H2O
C6H5-COOH + KOH → C6H5-COOK + H2O
R-COOH + NaHCO3 → R-COONa + H2O + CO2
B . वे अभिक्रियाएँ जिनमे COOH का -CO-OH बंध टूटता है।
R-COOH + PCl5 → R-COCl + POCl3 + HCl
3(R-COOH) + PCl3 → H3PO3 + 3R-CO-Cl
R-COOH + SOCl2 → R-CO-Cl + SO2 + HCl
एमाइड बनाना (Amide making):
कार्बोक्सिलिक अम्ल अमोनिया से क्रिया करके अमोनियम लवण बनाते है।
R-COOH + NH3 → R-COONH4
जब कार्बोक्सिलिक अम्लों को अमोनिया के साथ गर्म किया जाता है तो ऐमाइड बनते है।
R-COOH + NH3 → R-CONH2 + H2O
एनहाइड्राइड बनाना (Making anhydride):
कार्बोक्सिलिक अम्लों को सांद्र H2SO4 या P2O5 की उपस्थिति में गर्म करने पर हमेशा एनहाइड्राइड बनते है।
एस्टर बनाना (Esterize):
कार्बोक्सिलिक अम्ल व ऐल्कोहल क्रिया करके एस्टर बनाते है।
R-COOH + HOR → R-COOR + H2O
CH3-COOH + H-OC2H5 → CH3-COOC2H5 + H2O
C6H5-COOH + H-O-C2H5 → C6H5-COOC2H5 + H2O