Sindoor Ka Rasayanik Sutra:सिंदूर का रासायनिक सूत्र HgS होता है। इसे रसायन विज्ञान में मरक्यूरिक सल्फाइड के नाम से जाना जाता है। रासायनिक सिन्दूर (सिनाबार) पानी में अघुलनशील होता है अर्थात यह पानी में घुल नहीं सकता है।
Table of Contents
सिन्दूर का रासायनिक सूत्र
सिंदूरमरक्यूरिक सल्फाइड HgS
लाल सिंदूरलैड परआक्साईड Pb3O4
सिन्दूर का रासायनिक नाम
मरक्यूरिक सल्फाइड
सिंदूर बनाने की विधि
- सिंदूर या सिनाबार पाउडर आमतौर पर नारंगी-लाल रंग का होता है।
- सिंदूर में लेड ऑक्साइड, सिंथेटिक डाई और मरकरी (मरक्युरी) सल्फेट होता है।
- इसमें पाउडर के रूप में लाल कच्चा सीसा होता है।
- सिंदूर (sindur) हल्दी, चूना और मरकरी से बनाया जाता है। मरकरी शरीर के तापमान को कम रखता है, मन को शांत और तनाव को भी कम करता है।
सिन्दूर के उपयोग
- शरीर में बनी रहती है एनर्जी
- ब्लड प्रेशर को रखता है कंट्रोल
FAQs
सिंदूर का पौधा कैसे उगाये?
शरद ऋतु में वृक्ष फली से लद जाता है. इसके बीजों को बिना कुछ मिलाए विशुद्ध सिंदूर रोरी कुमकुम की तरह प्रयोग किया जाता है. यद्यपि यह पौधा हिमालय बेल्ट में होता है लेकिन इसे मैदानी क्षेत्रों में भी उगाया जाता है. लगाने के तीन चार साल बाद इसमें फल आने लगते हैं.
सिंदूर में कौन सा केमिकल पाया जाता है?
आर्टिफिशियल सिंदूर बनाने के लिए लेड ऑक्साइड, सिन्थेटिक डाई, सल्फेट जैसे केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है.
रस सिंदूर कैसे बनता है?
आधुनिक वैज्ञानिक पारा को जहरीला मानते है। आयुर्वेद के रस शास्त्र विज्ञान में 18 संस्कारों को बताया गया है। इसके बाद पारे के जहरीला होने का अवगुण समाप्त हो जाता है। रस शास्त्र में रिसर्च के बाद जहरीले पारे को गुणकारी औषधि ‘रस सिंदूर’ के रूप में परिवर्तित किया जाता है।